Corruption : शहडोल में “काजू-बादाम घोटाला”: सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार की नई मिसाल
Corruption : मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में भ्रष्टाचार की एक और शर्मनाक घटना सामने आई है, जिसने सरकारी योजनाओं के दुरुपयोग की पोल खोल दी। हाल ही में जिले के दो स्कूलों में 24 लीटर पेंट कराने के लिए 685 कर्मचारियों को लगाने का पेंट घोटाला चर्चा में था। अब “काजू-बादाम घोटाला” ने सुर्खियां बटोरी हैं, जहां सरकारी जल संरक्षण कार्यक्रम के नाम पर अधिकारियों ने महज एक घंटे में 14 किलो ड्राईफ्रूट, 6 लीटर दूध और 5 किलो शक्कर का उपभोग दिखाया। यह घटना न केवल सरकारी धन के दुरुपयोग को उजागर करती है, बल्कि जनता के प्रति प्रशासन की जवाबदेही पर भी सवाल उठाती है।
शहडोल में जल संरक्षण जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम, जिसका उद्देश्य जनता को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना है, अब भ्रष्टाचार का अड्डा बनता जा रहा है। सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस मामले ने स्थानीय लोगों में आक्रोश पैदा कर दिया है। एक ओर जहां प्रदेश में जल जीवन मिशन जैसे केंद्रीय योजनाओं में 20,000 करोड़ रुपये के घोटाले के आरोप लग रहे हैं, वहीं शहडोल का यह ताजा मामला भ्रष्टाचार की गहरी जड़ों को दर्शाता है।
जिला शिक्षा अधिकारी फूल सिंह मरपाची ने पेंट घोटाले की जांच का आश्वासन दिया था, लेकिन काजू-बादाम घोटाले पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। विपक्षी दल इस मुद्दे को लेकर सरकार पर हमलावर हैं और निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं। नेताओं और अधिकारियों की मिलीभगत से सरकारी योजनाओं का पैसा जनता की भलाई के बजाय निजी स्वार्थों में खर्च हो रहा है।