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Sidhi news:कपुरी कोठार के पूर्व सचिव राजेश यादव के कारण जा सकती है सरपंच की सरपंची

Sidhi news : 20 वर्ष की सेवा के बाद कैसबुक लिखना नहीं जानता सचिव  ग्राम पंचायत कपुरी कोठार के पूर्व सचिव राजेश यादव के कारण जा सकती है सरपंच की सरपंची नेशनल क्वालिटी ...

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Sidhi news : 20 वर्ष की सेवा के बाद कैसबुक लिखना नहीं जानता सचिव 

ग्राम पंचायत कपुरी कोठार के पूर्व सचिव राजेश यादव के कारण जा सकती है सरपंच की सरपंची

नेशनल क्वालिटी मॉनीटर की रिपोर्ट पर सरपंच एवं सचिव पर हो रही निलम्बंन की कार्रवाई

Sidhi news : सीधी जिले के रामपुर नैकिन के अंतर्गत ग्राम पंचायत कपुरी कोठार के पूर्व सचिव राजेश यादव की लापरवाही हुआ गलतियों का खामियां महिला श्रीमती रामकली कोल सरपंच को भोगना पड़ रहा। राजेश यादव पूर्व में ग्राम पंचायत कपुरी कोठार का सचिव था और उसने कैश बुक और बिल संधारण में काफी अनियमित की जिसका खामियांजा सरपंच सचिव दोनों को भोगना पड़ रहा। 20 वर्षों से पंचायत में सचिव का काम देख रहे राजेश यादव को अभी तक फेसबुक संधारण करना नहीं आता।

इसका खुलासा भारत सरकार की मनरेगा योजना और अन्य केन्द्रीय योजनाओं के कार्यों की मोनीटरिंग करने ग्राम पंचायत कपुरी कोठार पहुंच कर नेशनल मॉनीटर टीम के व्दारा ग्राम पंचायत कपुरी कोठार के तत्कालीन सचिव राजेश यादव को निलम्बित करने व सरपंच को पद से पृथक करने की अनुशंसा कलेक्टर एवं जिला सीईओ से की। जिस पर जिला प्रशासन के व्दारा सरपंच एवं सचिव के विरूद्ध कार्यवाही की जा रही है।

Sidhi news : बताया गया है कि मंगलवार दिनांक 22 जुलाई को नेशनल मॉनीटर टीम ने ग्राम पंचायत कपुरी कोठार के मनरेगा व अन्य योजनाओं से कार्यों का भौतिक एवं दस्तावेजों का सत्यापन किया । जिसमें कैसे बुक एवं विल व्हाउचरो में काफी अनियमिता पाई गई। जिसको लेकर नेशनल मॉनीटर टीम के व्दारा कलेक्टर और जिला सीईओ से सरपंच सचिव के खिलाफ कार्रवाई करने की अनुशंसा की गई।

उक्त मामले में राशि की वसूली व पुलिस प्रकरण दर्ज कराने की चर्चा की हो रही है। इस पूरे मामले की पुष्टि सीईओ जनपद पंचायत रामपुर नैकिन ने भी की है। बहुत जल्द सरपंच व सचिव के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।

नेशनल क्वालिटी मॉनीटर ने हनुमान मंदिर के सौंदर्यीकरण, पार्क एवं वाटिका की दयनीय स्थिति पर भी सवाल उठाए। कि जब पंचायत शासकीय सम्पत्ति का संरक्षण एवं संवर्धन नहीं कर सकती तो, ऐसे कार्य में राशि क्यों व्यय की गई। पंचायत, जनपद एवं जिला पंचायत की निधी का दुरूपयोग नहीं होना चाहिए।

तालाब सौंदर्यीकरण और अन्य कार्यों में जो राशि व्यय की गई है। उसका संरक्षण एवं संवर्धन होना चाहिए। जिला पंचायत सीईओ जल्द से जल्द इस संबंध में निर्णय ले। नेशनल क्वालिटी मॉनीटर की आपत्तियों को गंभीरता से लेते हुए पूरे मामले के जांच के निर्देश के साथ सरपंच एवं सचिव पर तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।