300 वर्ष पुरानी तलवार के दर्शन के लिए भक्तों का उमड़ेगा जन सैलाब – मड़वा धाम में दुर्गा अष्टमी पर भव्य आयोजन
सीधी। जिले का ऐतिहासिक एवं धार्मिक आस्था का केंद्र मां दुर्गा परमेश्वरी धाम, मड़वा में इस बार भी दुर्गा अष्टमी के दिन पर लगभग 300 वर्ष पुरानी तलवार के दर्शन के लिए हजारों श्रद्धालु पहुंचेंगे।
मां दुर्गा परमेश्वरी, जिन्हें चौहान खंड की कुलदेवी भी माना जाता है, जहां लोगों की अटूट आस्था है। मान्यता है कि मां की तलवार के दर्शन मात्र से सभी मनोरथ पूर्ण हो जाते हैं। यही कारण है कि दुर्गा अष्टमी पर मध्यप्रदेश सहित उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ और बिहार जैसे विभिन्न राज्यों से भक्तजन मड़वा धाम पहुंचते हैं।
शैलेन्द्र सिंह ने बताया कि –
“ममतामयी मां के चरणों में भक्ति भाव से की गई प्रार्थना और प्रतीकात्मक तलवार के दर्शन से जीवन की सभी बाधाएं दूर होती हैं। जिले के सभी भक्तजन अपने परिवार सहित धाम आकर दर्शन लाभ प्राप्त करें।”
300 वर्षों से निभाई जा रही परंपरा
बताया गया कि यह परंपरा लगभग तीन शताब्दियों से जारी है। दुर्गा अष्टमी के दिन ही विशेष अनुष्ठान के साथ तलवार को म्यान से बाहर निकाला जाता है और भक्तों को दर्शन कराए जाते हैं। यह पर्व वर्ष में केवल एक बार होता है। इस अवसर पर चौहान परिवार के प्रत्येक घर से पूजा सामग्री लेकर श्रद्धालु धाम पहुंचते हैं और मां के चरणों में अर्पित करते हैं।
विशेष पूजन और भव्य कार्यक्रम
आयोजक मंडल की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार मंगलवार, 30 सितम्बर 2025 को सुबह से ही विद्वान पंडितों द्वारा हवन-पूजन और प्रसाद वितरण का आयोजन किया जाएगा। इसके उपरांत भक्ति गीत, नृत्य, सांस्कृतिक प्रस्तुतियां और अन्य धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। धाम परिसर में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं भी की गई हैं।
भक्ति रस से सराबोर होगा धाम
नवरात्रि पर्व के पावन अवसर पर मड़वा धाम का वातावरण भक्तिमय होगा। माता के जयकारों से गूंजता धाम श्रद्धालुओं को भक्ति रस में सराबोर कर देगा। समिति ने सभी से आग्रह किया है कि इस ऐतिहासिक और पावन अवसर पर धाम में पधारकर माता के दिव्य दर्शन करें और पुण्य लाभ प्राप्त करें।
यह आयोजन न सिर्फ धार्मिक महत्व रखता है बल्कि सीधी जिले की गौरवशाली परंपरा और लोक आस्था का प्रतीक है।
कुबेर तोमर