जीतू पटवारी का शहडोल दौरा : रेत माफिया पर करारा वार, अस्पताल की अव्यवस्था पर फूटा गुस्सा
शहडोल। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी का आकस्मिक शहडोल दौरा जिले में सियासी हलचल का कारण बन गया। रीवा में स्वर्गीय श्रीनिवास तिवारी की प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम से लौटते समय वे अचानक देवलौंद थाना क्षेत्र पहुंचे, जहां सड़कों पर तेज रफ्तार से दौड़ रही रेत से भरी गाड़ियों को उन्होंने स्वयं रुकवाया।
पटवारी ने मौके पर ही हाइवा पर चढ़कर रेत की टीपी और रॉयल्टी की जांच की। जांच के दौरान यह पाया गया कि पर्चियों पर न तो तारीख दर्ज थी और न ही समय लिखा गया था। इस पर उन्होंने सवाल खड़ा करते हुए कहा कि ऐसी रॉयल्टी किस आधार पर वैध मानी जाए? पटवारी का आरोप था कि प्रदेश की मौजूदा सरकार माफियाओं के कब्जे में है और जनता की कीमत पर रेत माफिया, शराब माफिया समेत तमाम अवैध कारोबार खुलेआम फल-फूल रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की जानकारी वे सीधे मुख्यमंत्री मोहन यादव को देंगे। कांग्रेस अध्यक्ष की यह सख्त प्रतिक्रिया सुनकर स्थानीय रेत कारोबारियों में खौफ का माहौल बन गया।
शहडोल:- रेत कारोबार की जांच के बाद पटवारी अचानक देवलौंद के शासकीय अस्पताल पहुंचे। वहां की अव्यवस्था और लापरवाही देखकर वे बिफर पड़े। मरीजों को बुनियादी सुविधाओं से वंचित देखकर उन्होंने स्टाफ को फटकार लगाई और स्वास्थ्य सेवाओं की दयनीय स्थिति पर नाराजगी जाहिर की।
पटवारी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि जनता का पैसा विकास और सुविधाओं पर खर्च होना चाहिए, लेकिन सरकार की प्राथमिकताएं इससे बिल्कुल अलग हैं। उनका कहना था कि रेत माफिया और अव्यवस्थित स्वास्थ्य सेवाएं इस सरकार की असली तस्वीर पेश करती हैं।
शहडोल में कांग्रेस अध्यक्ष के इस औचक निरीक्षण ने जहां माफिया नेटवर्क पर सीधा वार किया, वहीं प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह दौरा सत्ता पक्ष और तंत्र दोनों के लिए चुनौती बनकर उभरा है।