Rewa news : नशे के खिलाफ तड़के छापेमारी या निर्दोषों का उत्पीड़न? कबाड़ी मोहल्ले में पुलिस एक्शन पर उठे सवाल, महिला ने लगाया 40 हजार रुपये उठाने का आरोप
Rewa news : रीवा जिले के कबाड़ी मोहल्ले में शनिवार तड़के 4 बजे पुलिस द्वारा नशीली कफ सिरप की तस्करी को रोकने के लिए की गई बड़ी कार्रवाई अब खुद सवालों के घेरे में आ गई है। भारी पुलिस बल, डॉग स्क्वाड और वरिष्ठ अधिकारियों की अगुवाई में की गई छापामार कार्रवाई के बाद स्थानीय नागरिकों में रोष की लहर फैल गई है।
पुलिस ने पूरे ऑपरेशन को गुप्त रूप से अंजाम दिया, जिसमें ग्रामीण थानों से लेकर पुलिस लाइन तक की फोर्स को शामिल किया गया। दो नगर पुलिस अधीक्षकों ने खुद मोर्चा संभालते हुए टुकड़ियों का नेतृत्व किया। इलाके में सुबह-सुबह अफरा-तफरी मच गई और डॉग स्क्वाड की मौजूदगी ने भय का वातावरण बना दिया।
हालांकि, इस कार्रवाई के बाद स्थानीय महिला नीतू सिंह ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि उनके घर पर जब छापा मारा गया, तब पुलिस ने बच्चों की पढ़ाई के लिए अलमारी में रखे ₹40,000 भी उठा लिए। नीतू सिंह ने स्पष्ट किया कि उनका किसी आपराधिक गतिविधि से कोई लेना-देना नहीं है, इसके बावजूद उनके परिवार को टारगेट किया गया।
Rewa news : स्थानीय लोगों के अनुसार, कई घरों में तलाशी के नाम पर ताले तोड़े गए, सामान बिखेरा गया और कुछ स्थानों पर तोड़फोड़ भी की गई। फिलहाल पुलिस ने अब तक किसी भी नशीली कफ सिरप की जब्ती की पुष्टि नहीं की है, जिससे यह सवाल उठने लगे हैं कि क्या यह छापेमारी प्रमाण आधारित थी या सिर्फ शक के आधार पर निर्दोषों को प्रताड़ित किया जा रहा है?
प्रशासन से अब यह पूछा जा रहा है कि अगर कार्रवाई में कुछ मिला ही नहीं, तो जवाबदेही किसकी तय होगी? क्या नशे के नाम पर पुलिस बेलगाम हो गई है? क्या यह कार्रवाई अपराधियों पर लगाम कसने के लिए थी या फिर आम नागरिकों पर दबाव बनाने की रणनीति?