Royal chudi:सावन की हरियाली में सजी हरी चूड़ियां: पारंपरिक सौंदर्य और आस्था का प्रतीक बनीं ये कांच-रेशमी चूड़ियां
Royal chudi: सावन का महीना आते ही महिलाओं में हरियाली और सौंदर्य को लेकर खास उत्साह देखने को मिलता है। इस मौसम में हरे रंग की चूड़ियों का चलन न केवल पारंपरिक संस्कृति से जुड़ा हुआ है, बल्कि यह सुहाग और समृद्धि का प्रतीक भी माना जाता है। इन तस्वीरों में जो चूड़ियों के सेट दिखाए गए हैं, वे न सिर्फ परंपरा को दर्शाते हैं, बल्कि फैशन और आधुनिकता का खूबसूरत मेल भी प्रस्तुत करते हैं।
चमक और डिज़ाइन का अद्भुत संगम
पहली तस्वीर में हरे, हल्के हरे और पीले रेशमी धागों से सजी चूड़ियों के साथ कुंदन का शानदार काम किया गया है। इसमें फूल की आकृति वाले डिज़ाइन चूड़ियों को और भी आकर्षक बनाते हैं। इस सेट में पतली और चौड़ी चूड़ियों का खूबसूरत मिश्रण है, जो किसी भी पारंपरिक परिधान के साथ एकदम परफेक्ट मेल खाता है।
दूसरे सेट में है रॉयल लुक
Royal chudi : दूसरी तस्वीर में डार्क ग्रीन सिल्क की चूड़ियां सुनहरे कुंदन के साथ सजाई गई हैं, जो एक राजसी लुक प्रदान करती हैं। इन पर किया गया बारीक हाथ का काम यह साबित करता है कि पारंपरिक गहनों की शान आज भी बरकरार है। गोल्डन किनारे पर पत्तीनुमा कुंदन की डिज़ाइन इन चूड़ियों को खास बनाती है।
महिलाओं की पहली पसंद बनीं सावन स्पेशल चूड़ियां
सावन के इस सुहाने मौसम में महिलाएं मंदिरों में पूजा-पाठ, झूला महोत्सव और तीज-रक्षाबंधन जैसे त्योहारों में इन सुंदर हरी चूड़ियों को पहनकर अपनी पारंपरिक विरासत को संजोती हैं। बाजारों में इन दिनों ऐसे डिजाइनर चूड़ियों की खूब मांग है।
संस्कृति और फैशन का सुंदर समन्वय
इन दोनों चूड़ी सेट्स की खूबसूरती यही बताती है कि आज भी भारतीय महिलाएं अपने रीति-रिवाज़ों और परंपराओं को गर्व के साथ जीती हैं और फैशन के साथ उसे नए रंगों में सजाती हैं।