Sidhi news : मुख्यमंत्री के स्वागत में ‘लंच-बस घोटाला’: मझौली दौरे के नाम पर पंचायतों ने उड़ाए 57 हजार, बाद में बना डाली फर्जी अनुशंसा
Sidhi news: 15 मई 2025 को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का मझौली आगमन हुआ, जिसमें आदिवासी सम्मेलन के लिए हितग्राहियों को ले जाने की तैयारी पंचायत स्तर पर की गई। लेकिन इसी कार्यक्रम के बहाने कुसमी जनपद की कई पंचायतों में लाखों की फिजूलखर्ची और हेराफेरी का मामला सामने आया है।
सिर्फ ठाडीपाथर पंचायत ही नहीं, कई और पंचायतों में दिखाया गया फर्जी खर्च, जबकि खर्च की प्रक्रिया खुद सवालों में है। ठाडीपाथर पंचायत ने 15 जून को ही बस और लंच पैकेट के भुगतान के नाम पर ₹57,500 की राशि खर्च कर दी, और फिर 28 जून को उस खर्च की ‘अनुशंसा’ भी की गई — यानी पहले पैसा दे दिया गया, बाद में कागज़ी अनुमति बनाई गई।
Sidhi news : रमेश ट्रैवल्स को दिए गए थे तीन अलग-अलग किश्तों में कुल ₹32,500, वहीं गणेश एंटरप्राइजेज से 270 लंच पैकेट, 20 पेटी पानी, और 30 बोरी पानी पाउच के नाम पर ₹25,200 का भुगतान किया गया।
जब जनपद पंचायत कुसमी में इस भुगतान प्रक्रिया को लेकर जानकारी ली गई तो अधिकारियों ने साफ किया कि ऐसा कोई लिखित आदेश नहीं था, जिससे यह बात और स्पष्ट हो जाती है कि पंचायतों ने मुख्यमंत्री के दौरे को दिखाकर गंभीर वित्तीय अनियमितता की है।
एक पंचायत से 200-300 हितग्राही कैसे?
गौर करने वाली बात यह है कि एक पंचायत से 200 से 300 हितग्राही ले जाना बताया गया है, जो आंकड़ों और ज़मीनी सच्चाई के बिल्कुल विपरीत है। इससे यह साफ झलकता है कि फर्जी आंकड़ों के सहारे पैसा निकालने का खेल खेला गया।
सीधी से भी आई थी बसें, फिर क्यों पंचायतें खर्च करें लाखों?
बताया जा रहा है कि मझौली सम्मेलन के लिए सीधी से भी बसों की व्यवस्था थी, ऐसे में यह सवाल खड़ा होता है कि पंचायतों को अलग से लाखों रुपए क्यों खर्च करने पड़े?
अधिकारियों के दबाव की बात भी आई सामने
सूत्रों के मुताबिक, कुसमी जनपद के सभी पंचायतों के सरपंच-सचिवों पर 200 से अधिक व्यक्ति लाने का दबाव डाला गया, जिसके कारण पंचायतों ने विकास मद से भारी खर्च कर दिया। सामाजिक कार्यकर्ता आनंद सिंह ददुआ ने इस पूरे मामले की जांच की मांग की है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की बात कही है।
सीईओ ज्ञानेन्द्र मिश्रा का बयान:
“मुख्यमंत्री के आगमन पर आदिवासी सम्मेलन में हितग्राहियों को लाने हेतु पंचायतों ने व्यवस्था की थी, भुगतान प्रक्रिया को देखा जा रहा है।”